राशिनुसार सरल उपाय
मनचाहा जीवनसाथी पाना हर
युवा की आंख का सपना होता है। अगर आप
भी अब तक कुंवारे हैं तो कीजिए
अपनी राशि के अनुसार यह अचूक उपाय। नियमित रूप
से उपाय करने पर आपके घर भी बज
उठेगी मंगल शहनाई। जानिए सरल उपाय व मंत्र…
- मेष- सातवें स्थान के स्वामी शुक्र के मंत्र
की नित्य एक माला ‘ॐ शुं शुक्राय नम:’
तथा अर्गला के 11 पाठ नित्य स्त्री तथा पुरुष दोनों के
लिए लाभकारी है। शुक्रवार का व्रत करें। - वृषभ- मंगल मंत्र ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स:
भौमाय नम:’ का जप तथा हनुमान चालीसा तथा मंगल
चंडिका का पाठ करें। मंगलवार का व्रत करें। - मिथुन- बृहस्पति के मंत्र ‘ॐ
ज्रां ज्रीं ज्रौं स: बृहस्पतये नम:’ का जप
तथा केसर का तिलक लगाएं। गुरुवार का व्रत करें। - कर्क- शनैश्चर देवता के मंत्र करें व तेल का दान दें।
पीपल की परिक्रमा नित्य कर
दीपदान करें। मंत्र- ॐ
प्रां प्री प्रौं स: शनैश्चराय नम:।
शनिवार का व्रत करें। - सिंह- शनि देवता का मंत्र ‘ॐ
प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ जपें तथा तेल का दान कर
हनुमान मंदिर में शनिवार को दीपक संध्या समय लगाएं।
सूर्य को अर्घ्य दें। रविवार का व्रत करें। - कन्या- बृहस्पति के मंत्र जपें तथा स्नान के जल में 1-2
चुटकी हल्दी-चंदन मिलाकर स्नान करें।
सूर्य को अर्घ्य दें। मंत्र ‘ॐ
ज्रां ज्रीं ज्रौं स: बृहस्पतये नम:’ जपें। - तुला- मंगल स्तोत्र का पाठ करें तथा मंगलवार का व्रत करें। मंत्र
‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:’जपें। - वृश्चिक- शुक्रवार व्रत रखें तथा शुक्र मंत्र ‘ॐ
द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ जपें। दुग्ध मिश्रित जल से
स्नान करें। - धनु- बुध का उपवास रखें। ‘ॐ गं गणपतये नम:’
तथा ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ का जप
करें। - मकर- सूर्य को अर्घ्य दें तथा चंद्र को अर्घ्य दूध मिलाकर दें।
सोमवार का व्रत करें। रुद्राभिषेक दूध से करवाएं तथा चंद्र का मंत्र जपें-
‘ॐ श्रां श्रीं श्रों स: चन्द्रमसे नम:।।’ - कुम्भ- सूर्य मंत्र- ‘ॐ
ह्रां ह्रीं हौं स: सूर्याय नम:’ का जप करें।
सूर्य को लाल फूल तथा कुमकुम मिलाकर प्रात: अर्घ्य दें। रविवार
का व्रत करें। - मीन- गणपति मंत्र ‘ॐ गं गणपतये नम:’
तथा ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:’ क
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