*सूर्यग्रहण 10 जून* को लगने वाला है। जो ज्येष्ठ अमावस्या तिथि पर लगेगा। *भारतीय समयानुसार ग्रहण दोपहर 01:42 बजे से शुरू होगा जो कि, शाम 06:41 बजे* समाप्त होगा। ये सूर्यग्रहण *उत्तर-पूर्व अमेरिका, यूरोप, उत्तरी एशिया और उत्तरी अटलांटिक महासागर में नजर आएगा।* इस सूर्यग्रहण को खंडग्रास, रिंग फिंगर और व्यलाकार सूर्य ग्रहण भी कहते हैं। यह भारत में नजर नहीं आएगा और इस कारण ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं है। ग्रहण के दौरान सूतक का विचार किया जाता है। इस दौरान बहुत से ऐसे कार्य हैं जिन्हें करना मना होता है। ग्रहण काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, पूजा पाठ और अन्य तरह के मंगल अनुष्ठान नहीं होते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र की मानें तो राहु और केतु ग्रह की वजह से ग्रहण लगता है, ज्येष्ठ अमावस्या के दिन लगने वाला ग्रहण वृष राशि में लगेगा। लेकिन ये सभी राशियों को प्रभावित करेगा। ग्रहण भारत मे नही दिख रहा है सभी का मत होता है की इसका असर हम पर नही होगा पर मेरा अनुभव है उपाय करने से जातक को बहुत अच्छा असर देखने को मिलता है। इस लिये जिनकी भी पत्रिका मे जन्म से या वर्ष फल मे सूर्य… राहु साथ या दृष्टि मे हो जातक के पिता को कष्ट या पिता से कष्ट हो तो उपाय जरूर करना चाहिये।
आपको बताते हैं सूर्यग्रहण का सभी बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
*मेष राशि*ग्रहण काल के समय में आपको क्रोध अधिक आ सकता है। गलत कार्य के लिए बदनामी भी सहनी पड़ सकती है। धन का इस्तेमाल सही प्रकार से करें।
*वृष राशि*वृष राशि में ग्रहण लग रहा है। इस दौरान आपको अपने करियर और सेहत को लेकर बहुत ही सावधान रहना होगा। अपनी ऊर्जा का सही दिशा में ही उपयोग करें।
*मिथुन राशि*सूर्य ग्रहण के प्रभाव से आपको अकस्मात लाभ या हानि भी हो सकती है। किसी भी प्रकार के अनैतिक और गैरकानूनी कार्यों से बचें और आर्थिक मामलों को लेकर सतर्कता बरतें।
*कर्क राशि*इस दौरान आपका मन किसी चीज को लेकर अशांत रह सकता है। यहां तक कि आप किसी को अपशब्द भी बोल सकते हैं। इस अवधि में शांत रहें और धैर्य बनाए रखें। आपको कार्यक्षेत्र में प्रतिद्वंदियों से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
*सिंह राशि*इस अवधि में आप धर्म-कर्म के कार्य में रुचि लेंगे। आपके लिए अचानक से धनलाभ के योग बन रहे हैं। हालांकि कुछ बातों का खास ख्याल रखना होगा। किसी का अहित न करें और सभी से प्यार से बोलें।
*कन्या राशि*सूर्य ग्रहण का असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है। इसलिए सेहत के मामले में बहुत सावधान बरते। आर्थिक संकट की स्थिति हो सकती है। मगर इस दौरान किसी से धन उधार लेने से बचें। घर-परिवार में सुख-शांति को बनाए रखने का खास ख्याल रखें।
*तुला राशि*इस दौरान जीवनसाथी का ध्यान रखें और जल्दबाजी में किसी भी प्रकार का निर्णय न लें। तनाव और कलह की स्थिति से दूर रहने की कोशिश करें। मन की शांति के लिए परोपकार का काम करने के बारे में सोचें।
*वृश्चिक राशि*इस दौरान आपको संतान की तरफ से परेशानियों का सामना पड़ सकता है। अपनी सेहत का खास ध्यान रखें।अपने आस-पास साफ-सफाई विशेष ख्याल रखें। ग्रहण के समय मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं। किसी का भी अपमान न करें।
*धनु राशि*इस दौरान आपके ज्ञान में वृद्धि होगी। धन की बचत करने में आप सफल होंगे। सुनहरे भविष्य के लिए निवेश करने की योजना बनाएंगे। विद्यार्थियों को सफलता पाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी।
*मकर राशि*इस दौरान आपकी सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए अपनी सेहत का खास ध्यान रखें। इस अवधि में कोई भी निर्णय लेने से पहले उस पर दोबारा विचार अवश्य करें।
*कुंभ राशि*इस अवधि में आपके मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में खुद को पॉजिटिव बनाए रखें। क्रोध और अहंकार को छोड़ दें। अपने शत्रुओं से सतर्क व सावधान रहें।
*मीन राशि*इस अवधि में फैसला लेते वक्त सावधानी बरतें, क्योंकि इस दौरान आप कोई गलत फैसला ले सकते हैं। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी की सेहत का खास ध्यान रखें। आपके साहस में वृद्धि होगी।
ग्रहण के बाद बुरे असर से बचने के लिए जरूर करें ये उपाय-1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल खत्म होते ही घर की अच्छी तरह साफ-सफाई करनी चाहिए।ऐसा करने से माना जाता है कि घर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। 2. ग्रहण खत्म होने के तुरंत बाद स्नान अवश्य करना चाहिए। घर के मंदिर को भी गंगाजल से शुद्ध करना न भूलें।3. ग्रहण के समय पहने हुए वस्त्रों को स्नान करने के बाद बदल लेना चाहिए। 4. ग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए ग्रहण खत्म होने के बाद गरीबों को भोजन करवाएं या जरूरतमंदों को दान दें। 5. ग्रहण खत्म होने के बाद भगवान शिव की आराधना करना अच्छा माना जाता है। इसके अलावा ग्रहण खत्म होने के बाद गाय को हरी घास पक्षियों को दाना देने से भी पुण्य फल की प्राप्ति होती है। 6. इस दिन सभी राशि वालो को शनि जयंती पर शनि के उपाय करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. इस दिन शनि देव से जुड़ी वस्तुओं का दान करना उत्तम माना गया है. इस दिन सरसों का तेल, काली उड़द की दाल, काले तिल आदि का दान करना अच्छा माना गया है। 7.गायत्री मंत्र का पाठ करना है । 8. अपने इष्ट और कुल देवी का सिमरन करना है।
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