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कैसा भी हो मुकदमा इस उपाय व टोटके से मिलेगी जीत और सफलता :-

यदि किसी कारणवश आप या आपके कोई रिस्तेदार, मित्र किसी मामले के तहत कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंस चुके हैं और हर संभव प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिल पा रही हो या किसी तरह हार मिल चुकी हो और आप उसको उच्च

अदालत में ले जाकर अपनी जीत मेंकि।दलना चाहते हो तो इन छोटे-छोटे मगर रामबाण (उपाय) टोटकों के प्रयोग की मदद से जल्द ही कोर्ट कचहरी के मामले से बाहर निकल सकते हैं । ध्यान रखे – कोर्ट कचहरी जाते समय गहरे रंग के कपड़े पहनकर ही जाएं ।

1- जब आप सुनवाई के लिए घर से निकले तो अपने साथ एक मुट्ठी भर सफेद चावल बिना टुटे हुए लेकर जाएँ और उन्हें कोर्ट कचहरी में, जिस कक्ष में सुनवाई हो रही हो, वहाँ चावल को दाहिने तरफ फेंक देवें । ध्यान रखें ऐसा करते समय आपको कोई भी देखे नहीं, निश्चित ही आप विजयी होंगे ।

3- यदि आप हिमम्त हार चुके हो, आपका धैर्य जवाब दे गया हो, गवाह के मुकरने की आशंका हो अथवा अपने वकील की योग्यता संदिग्ध लगे तो कचहरी जाते समय अपने साथ एक हत्था जोड़ी लेकर जाए, हत्था जोड़ी में थोड़ा सा सिंदूर जरूर लगा ले ।

4- एक पीला नींबू ले और उसके चारों कोनो पर चार लौंग गाड़ दें, अपने कुल देवता इष्ट देव से मुकदमे में सफलता की प्रार्थना करें । तथा उस नीबू को कचहरी जाते समय अपने साथ रखें ।

5- मंगलवार, गुरूवार या अमावस्या के दिन बिना टूटा हुआ भोजपत्र खरीद कर लावें फिर जिस व्यक्ति से आपका मुकदमा चल रहा हों, उसका नाम अनार की लकड़ी द्वारा रक्त (लाल) चन्दन से लिखें और लिखने के बाद शहद की शीशी में डूबाकर उसे रख दें । इस टोटके से शत्रु का हृदय परिवर्तन हो जायेगा और वह मुकदमा वापस ले लेगा ।

6- आप जब न्यायालय जाये उससे पहले घर में पूजा स्थल पर 4 गोमती चक्र स्थापित कर उनकी पूजा करें और जब न्यायालय जाने लगे तो उन गोमती चक्रों को अपनी दाहिने जेब में डाल ले, आप देखेंगे की फैसला आपके हक में होगा तथा आपको विजय प्राप्त होगी ।

7- किसी मुकदमे में विजय के लिए आप लाल या सिंदूरी रंग का 7 या 5 रत्ती का मूंगा रत्न तिकोना आकृति का सोने की अंगुठी में बुधवार को धारण करने से मुकदमें में विजय होती है और हर कार्य में सफलता मिलती है या मूंगा अनामिका उंगली में ही धारण करना चाहिए ।

इन दो मंत्रों का करे प्रयोग
-1- यदि आपका मुकदमा लंबे समय से अटका हुआ हो, तो –
” ॐ क्रां क्रां क्रां धूम्रसारी बदाक्षं विजयति जयति ओं स्वाहा ।”
या
हे चक्रधरः हे चक्रपाणिनः
हे चक्रायुधधारीयः नमोह नमः
उक्त मंत्रों को 11000, ग्यारह हजार बार जप कर लें, एक माह तक प्रतिदिन जप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जायेगा ।

सुनवाई वाले दिन घर से निकलने से पहले और कोर्ट में जाकर भी जिस कक्ष में सनवाई हो रही हो वहां इस मंत्र को 11 (ग्यारह) बार मन ही मन पढ़ लें । मुकदमे में जीत निश्चित हैं।
9910057645

9971553732