कैसे करे जप माला से ये जाने :-
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🌹🌹जप करने वाले व्यक्ति को एक बार में 108 जाप पूरे करने चाहिए। इसके बाद सुमेरु से माला पलटकर पुनः जाप आरंभ करना चाहिए।
- किसी भी स्थिति में माला का सुमेरु लांघना नहीं चाहिए।माला को अंगूठे और अनामिका से दबाकर रखना चाहिए और मध्यमा उंगली से एक मंत्र जपकर एक दाना हथेली के अंदर खींच लेना चाहिए।
- तर्जनी उंगली से माला का छूना वर्जित माना गया है।
- माला के दाने कभी-कभी 54 भी होते हैं। ऐसे में माला फेर कर सुमेरु से पुनः लौटकर एक बार फिर एक माला अर्थात् 54 जप पूरे कर लेना चाहिए।
- मानसिक रूप से पवित्र होने के बाद किसी भी सरल मुद्रा में बैठें जिससे गर्दन और सिर एक सीधी रेखा में रहे।
- मंत्र जप पूरे करने के बाद अंत में माला का सुमेरु माथे से छुआकर माला को किसी पवित्र स्थान में रख देना चाहिए।
- मंत्र जप में कर-माला का प्रयोग भी किया जाता है।
- जिनके पास कोई माला नहीं है वह कर-माला से विधि पूर्वक जप करें। कर-माला से मंत्र जप करने से भी माला के बराबर जप का फल मिलता है।
भगवान सूर्य के लिए :
माणिक्य, गारनेट, बिल की लकड़ी की माला का उपयोग करे |www.astroshaliini.com
भगवान शिव शंकर के लिए :
इनके लिए रुद्राक्ष की माला काम में ले |पढ़े : रुद्राक्ष की उत्पति की कहानी
माँ दुर्गा के लिए :
माँ शेरोवाली के लिए लाल चन्दन की माला से जप करे |
माँ लक्ष्मी के लिए :
कमलट्टे की माला माँ लक्ष्मी की की गयी आराधना जल्दी सफल होती है |
भगवान हरि विष्णु के लिए :
तुलसी या चन्दन की माला का प्रयोग करे |
माँ अम्बिका की पूजा में :
स्फटिक माला काम में ले |
माँ काली के मंत्र जप :
नील कमल या काली हल्दी की माला से मंत्र जाप करे |
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पीली हल्दी की माला माँ बगलामुखी को प्रिय है |
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