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शुक्र का मीन राशि में गोचर (31 मार्च 2024)
शुक्र का मीनराशि में गोचर (रविवार 31 मार्च 2024)की शाम 04 बजकर 31 मिनट पर होगा। वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है क्योंकि यह जीवन में सभी सुख सुविधाओं को प्रदान करते हैं। शुक्र ग्रह 31 मार्च की शाम 16:31 बजे तक कुंभ राशि में रहकर मीन राशि में अपना गोचर करेंगे। मीन राशि शुक्र की उच्च राशि मानी जाती है। यहां पर यह 24 अप्रैल 2024 की रात्रि 23:44 बजे तक रहेंगे और फिर मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जहां कन्या राशि शुक्र की नीच राशि मानी जाती है तो वहीं मीन राशि में शुक्र परम उच्च अवस्था में होते हैं। शुक्र ग्रह जीवन में प्रेम, भोग, विलास, सुख, समृद्धि, संसाधनों के स्वामी ग्रह हैं। यह जीवन में यौन सुख प्रदान करते हैं, प्रेम प्रदान करते हैं, जातक को सभी प्रकार के ऐश्वर्य प्रदान करते हैं इसलिए वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और जब शुक्र ग्रह का गोचर मीन राशि में हो तो इसकी महत्वता और अधिक बढ़ जाती है। अब यही शुक्र ग्रह 31 मार्च 2024 को गोचर करने वाले हैं।
शुक्र का मीन राशि में गोचर 31 मार्च 2024 को होगा।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का महत्व शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि के स्वामी ग्रह हैं। यह कन्या राशि में नीच अवस्था में तथा मीन राशि में अपनी उच्च अवस्था में माने जाते हैं। जब शुक्र अपनी उच्च अवस्था में हों तो यह सभी प्रकार की सुख सुविधा देने में और ज्यादा प्रभावशाली बन जाते हैं इसलिए शुक्र ग्रह का मीन राशि में गोचर वैदिक ज्योतिष की दृष्टि में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह ध्यान देने योग्य बात यह है कि देवों के गुरु बृहस्पति की मीन राशि में दैत्यों के गुरु शुक्र अपनी उच्च अवस्था में हो जाते हैं और ज्ञान से परिपूर्णता देते हैं तथा जातक को जीवन में सभी प्रकार की सुख सुविधा प्रदान करते हैं।
बुध ग्रह के बाद शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में शीघ्रता से चलने वाला ग्रह माना जाता है इसलिए इनका गोचर काम अवधि में ही हो जाता है, लगभग 23 दिनों की अवधि में यह अपनी राशि में परिवर्तन कर लेते हैं। शुक्र ग्रह एक चमकीला ग्रह है। इन्हें भोर का तारा भी कहते हैं। अब यही शुक्र अपनी उच्च राशि मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जाहिर तौर पर इनका प्रभाव सभी राशियों पर और उनमें जन्म लेने वाले जातकों पर पड़ेगा तो चलिए अब जानते हैं किशुक्र का मीन राशि में गोचरकब होगा और इसका आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
शुक्र ग्रह को प्रेम का कारक ग्रह माना जाता है। इसके अतिरिक्त यह वाहन, संपत्ति, सुख, संपदा, समृद्धि, ऐश्वर्य, आदि प्रदान करने वाले ग्रह हैं। यदि यह आपकी कुंडली में अच्छी और अनुकूल अवस्था में हैं तो समझ लीजिए कि आपका जीवन प्रेम और सुख सुविधाओं से परिपूर्ण होने वाला है। आपके अंदर गजब का आकर्षण होगा जो लोगों को आपकी और आकर्षित करेगा। आपको किसी भी सुख सुविधा के लिए तरसना नहीं पड़ेगा। आप ऐश्वर्यवान और लक्ष्मीवान बनेंगे लेकिन यदि कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर और प्रतिकूल अवस्था में हैं तो पारस्परिक संबंधों में मतभेद की स्थिति को जन्म दे सकते हैं। जीवन में प्रेम में निराशा का सामना करना पड़ सकता है। यौन दुर्बलता भी आपको पीड़ित कर सकती है तथा आपको सुखों के लिए भटकना बढ़ सकता है। शुक्र ग्रह की कृपा से ही जीवन में प्रेम और सुखों की प्राप्ति हो सकती है इसलिए आपको अपनी कुंडली में शुक्र ग्रह को बलवान बनाने और उनकी अनुकूलता प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए।
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मेष राशि
शुक्र ग्रह मेष राशि के जातकों के लिए दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और जब शुक्र गोचर हो रहा है तो वह आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे।
द्वादश भाव में शुक्र का गोचर होने से आपके खर्चों में बेतहाशा बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे लेकिन आपको अधिक चिंतित होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि इन खर्चों को पूरा करने के लिए उतना धन भी यही शुक्र आपको प्रदान करेंगे यानी कि दूसरे शब्दों में कहें तो आप इस दौरान अपने सुख संसाधनों पर जी भरकर खर्च करेंगे और उसके लिए आपके पास धन भी पर्याप्त मात्रा में आएगा। आपको मितव्ययिता अपनानी चाहिए और खर्च करने की प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखने की कोशिश करनी चाहिए। विदेश यात्रा की संभावना बन सकती है। आप कहीं छुट्टियां मनाने भी जा सकते हैं लेकिन इन सब में चाहे कितना ही धन क्यों ना हो और आप खर्चा भी कर रहे हों, फिर भी अपने धन को कुछ न कुछ बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि बाद में आपके ऊपर आर्थिक बोझ न हो।शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा। अपने लोगों का प्रेम मिलेगा। विरोधियों पर आप भारी पड़ते दिखाई देंगे। करियर के मामले में यह शुक्र का गोचर आपको उन्नति प्रदान करेगा। आपको अपने खान-पान और रहन-सहन की आदतों पर ध्यान देना होगा, नहीं तो आपको स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं जिससे आपको बाद में डॉक्टर के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।
उपाय:शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी को गुड़हल का पुष्प अर्पित करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र गोचर सदैव महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह आपकी राशि के स्वामी होने के साथ ही आपके छठे भाव के स्वामी भी हैं और अपने इस गोचर के दौरान शुक्र आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे।
एकादश भाव में शुक्र का गोचर करना आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी प्रदान करने वाला समय होगा। आपकी आमदनी में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होगी जिससे आप अपनी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति कर पाएंगे। आपकी पुराने समय से सोची हुए इच्छाएं पूरी होंगी। आपके रुके हुए काम बनने शुरू होंगे। आपकी जो परियोजनाएं धन की कमी या किसी अन्य वजह से अटकी हुई थीं, वे भी अब धीरे-धीरे शुरू होने लगेंगी और उनसे आपको धन लाभ के योग बनेंगे। इस दौरान आप कोई नया वाहन खरीदने में भी रुचि दिखा सकते हैं और कोई नई गाड़ी खरीद सकते हैं। प्रेम संबंधों के लिहाज से यह समय अच्छा रहेगा। आप और आपके प्रियतम के बीच रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी। आपस में प्रेम और रोमांस के योग बनेंगे। आपका रिश्ता पहले के मुकाबले और अधिक परिपक्व होगा। एक दूसरे पर जान छिड़केंगे। यदि आप अपने प्रियतम से अत्यधिक प्रेम करते हैं तो उनके समक्ष शादी का प्रस्ताव रख सकते हैं। दूसरी ओर विवाहित जातकों को अपनी संतान की ओर से सुखद समाचारों की प्राप्ति हो सकती है।शुक्र का मीन राशि में गोचर विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा में उत्तम परिणाम प्रदान करेगा। आपका मन भी पढ़ने के लिए करेगा। भले ही आप पढ़ना चाहें, आपका मन अन्य गतिविधियों में भी होगा लेकिन आप पढ़ाई को बहुत ही आसानी से कर लेंगे जिससे आपको अच्छी सफलता मिलेगी। नौकरी करने वाले जातकों की तनख्वाह में वृद्धि के संकेत मिलते हैं। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो आपके लिए यह गोचर अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा और व्यापार में उन्नति होगी।
उपाय:आपको शुक्रवार के दिन शुक्ल पक्ष में हीरा रत्न अथवा ओपल रत्न चांदी की मुद्रिका में जड़वा कर अपनी अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह अनुकूल ग्रह हैं क्योंकि यह आपके राशि स्वामी बुध ग्रह के मित्र ग्रह हैं। आपकी राशि के लिए यह आपके द्वादश भाव के स्वामी हैं और उसके साथ आपके पंचम भाव के स्वामी भी हैं। अबशुक्र का मीन राशि में गोचरआपकी राशि से दशम भाव में होने वाला है।
शुक्र का आपके दशम भाव में प्रवेश करना कार्य क्षेत्र में हल्की-फुल्की समस्याओं को इंगित करता है आपको अपने कार्यक्षेत्र में सावधानी से काम करना होगा, व्यर्थ की गप्पेबाजी और इधर-उधर की बातों से दूर रहकर अपने काम पर ही ध्यान देंगे तो अच्छा रहेगा। काम को दिखाने की आदत से बचें और कठिन मेहनत करने पर ध्यान दें। आप आवेग में आकर कई बार ऐसा व्यवहार कर सकते हैं, जो सामने वाले को बुरा लगेगा और ऐसा लगेगा कि आप उन्हें नीचा दिखाना चाहते हैं।शुक्र का मीन राशि में गोचरकाल के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि दूसरी ओर आपके निजी जीवन में खुशियों में बढ़ोतरी होगी। परिवार में समरसता रहेगी। आपस में प्रेम रहेगा। घर की साज सज्जा पर आपका ध्यान जाएगा। घर की बेहतरी के लिए नए-नए खर्च कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में इस दौरान उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। कार्यक्षेत्र में आपका किसी से दिल लगने की स्थिति बन सकती है और आप अपना दिल किसी सहकर्मी को दे सकते हैं।
उपाय:आपको छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र गोचर आपकी राशि से नौवें भाव में होने वाला है।
शुक्र का यह गोचर आपके भाग्य स्थान में होगा, जहां से लंबी यात्राओं पर आपका ध्यान जाएगा। आप नई-नई जगह घूमने जाना पसंद करेंगे। खूबसूरत जगह की सैर करना आपको बहुत भाएगा और आप अपने प्रियजनों के साथ लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। ये यात्राएं आपके व्यापार को बढ़ाने वाली और कुछ नए मित्र बनाने वाली यात्राएं साबित हो सकती हैं। इनसे व्यापार में उन्नति के योग भी बनेंगे। आपकी समस्याओं में इस दौरान कमी आएगी और भाग्य का साथ आपको मिलेगा। आपके पास धन लाभ के प्रबल अवसर आएंगे। यदि लंबे समय से कोई काम अटका हुआ था तो वह भी पूरा होने लगेगा। रुकी हुई परियोजनाएं फिर से चालू हो जाएंगी।शुक्र का मीन राशि में गोचरकाल के दौरान आपकी नौकरी में बदलाव के संकेत मिल सकते हैं और आपको कोई बड़ा अवसर मिल सकता है जिसे स्वीकार करके आप कोई नई नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। आप धार्मिक कामों में भी मन लगाएंगे और किसी धार्मिक संस्था से भी आपका जुड़ाव हो सकता है। इस दौरान समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। सामाजिक दायरे में बढ़ोतरी होगी। आपके भाई बहनों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा और आप अपनी मित्र मंडली के साथ भी अनुकूल समय बिताएंगे। यह समय आपको खुशी देगा।
उपाय:श्री सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
सिंह राशि
शुक्र का मीन राशि में गोचर सिंह राशि के जातकों के अष्टम भाव में होने वाला है। शुक्र ग्रह आपके लिए तीसरे और दसवें भाव के स्वामी ग्रह हैं।
शुक्र ग्रह के अष्टम भाव में गोचर करने से आपको धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं। अचानक और अप्रत्याशित धन प्राप्ति की स्थिति बन सकती है जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यदि आपने पहले कहीं शेयर बाजार या कहीं और निवेश किया हुआ था तो इस दौरान उसका अच्छा प्रतिफल आपको प्राप्त हो सकता है और आपके पास अच्छा धन प्राप्त होने के योग बनेंगे। शुक्र गोचर काल के दौरान आप धर्म कर्म के मामलों में भी आगे बढ़ेंगे लेकिन इस दौरान आप चोरी छुपे खर्च भी करेंगे। आप यदि किसी प्रेम संबंध में हैं तो उसे छुपाने की पूरी कोशिश करेंगे लेकिन ध्यान दें कि किसी ऐसे कार्य में संलिप्त न हों, जिसकी वजह से आपको मानहानि का सामना बाद में करना पड़े। यदि आप विवाहित हैं तो आपके जीवनसाथी का प्रेम और साथ मिलेगा। ससुराल पक्ष के लोगों से आपके संबंध मधुर बनेंगे। ससुराल में किसी की शादी हो सकती है अथवा किसी के जन्म समारोह में आपको शामिल होने का मौका मिल सकता है। यह समय व्यापार में उन्नति दिलाने वाला समय होगा। हालांकि आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि आपके ऊपर काम का थोड़ा सा दबाव हो सकता है और आपका खान-पान भी असंतुलित होगा जिससे आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप अपने गुप्त तरीकों से अपनी स्थिति को संभाल सकते हैं।
उपाय:आपको शुक्र के गोचर के दौरान शुक्र ग्रह के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का यह गोचर कन्या राशि से सातवें भाव में होने वाला है।
शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके लिए अनुकूलता लेकर आएगा। आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ेगा। आपसी सामंजस्य अनुकूल होने के योग बनेंगे। आप और आपके जीवनसाथी के मध्य रूमानियत बढ़ेगी। आप एक दूसरे को पर्याप्त समय देंगे। एक दूसरे के बीच निकटता बढ़ेगी जिससे पुरानी दूरी भी समाप्त होगी और मतभेद दूर होंगे। घर का माहौल भी प्रेम पूर्ण हो जाएगा। आप दोनों खुश रहेंगे और आप दोनों मिलकर घर की सभी स्थितियों पर ध्यान देंगे। व्यापार के लिए यह गोचर अनुकूलता लेकर आएगा।
आपके व्यापार में कुछ नए सौदे हो सकते हैं तथा आपका व्यावसायिक साझेदार से अच्छा सामंजस्य आपके व्यापार की वृद्धि के लिए सफलता का कारक बन सकता है। आप अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताने कहीं दूर घूमने भी जा सकते हैं। यदि आप नौकरी करते हैं तो यह समय आपको नौकरी में पदोन्नति प्रदान कर सकता है। स्वास्थ्य समस्याओं में कमी आने से स्वास्थ्य में सुधार के योग बनेंगे। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा और आप की ओर लोग आकर्षित होंगे। यह समय आपको खुशी के साथ-साथ उन्नत भी देगा और अपनों का प्रेम भी प्रदान करेगा।
उपाय:आपको प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिएशुक्र का मीन राशि में गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है क्योंकि यह आपकी राशि के स्वामी होने के साथ ही आपके आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इस गोचर के दौरान शुक्र आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे।
शुक्र का यह गोचर आपके विरोधियों पर भारी पड़ने वाला है। आपके विरोधियों पर आपकी जीत होगी। इसके अतिरिक्त कोर्ट या कचहरी में कोई मामला लंबित है तो वह आपके पक्ष में आ सकता है। हालांकि आपके खर्चों में भी बेतहाशा बढ़ोतरी होने के संकेत मिलेंगे। आपको कुछ संघर्ष के बाद और प्रयास करने के बाद अच्छी सफलता मिल सकती है लेकिन कोई भी सफलता प्राप्त होने से पहले आपके संघर्ष करना पड़ेगा। नौकरी में अच्छी स्थिति दिखाई देगी। आपकी नौकरी में स्थितियां मनोनुकूल रहेगी जिससे आपका मन काम करने में लगेगा। यदि आप कोई व्यापार कर रहे हैं तो मन में कुछ चिंताएं रहेंगी और आप असमंजस की स्थिति में हो सकते हैं लेकिन आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, थोड़ा सा शांति से काम लेंगे तो आने वाले समय में सब कुछ ठीक हो जाएगा।
विदेश यात्रा की संभावना बनने वाली है इसलिए आप यदि विदेश जाना चाहते हैं तो इस संबंध में तैयारी कर सकते हैं। शुक्र गोचर काल के दौरान व्यापार में पूंजी निवेश करने के योग बनेंगे। संतान के लिए यह समय अनुकूल होगा और उन्हें अपने क्षेत्र में सफलता मिलेगी। आपको अपने स्वास्थ्य का थोड़ा सा ध्यान रखना होगा क्योंकि स्वास्थ्य समस्याएं इस दौरान आपको परेशान कर सकती हैं। यदि आप मधुमेह जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं तो आपको अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी क्योंकि इस दौरान वह बीमारी बढ़ने के योग बन सकते हैं। इस दौरान कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से बचना ही बेहतर होगा।
उपाय:आपकोस्फटिक की माला सेश्री महालक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि के लिए सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं औरशुक्र का मीन राशि में गोचरआपकी राशि से पांचवें भाव में होने वाला है।
आपके पंचम भाव में शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। आप और आपके प्रियतम के बीच भरपूर रूमानियत होगी। आप एक दूसरे के बिना रह नहीं पाएंगे और एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करना पसंद करेंगे। एक दूसरे को खुश रखने की कोशिश करेंगे। भले ही इसके लिए आपको साथ-साथ समय बिताना हो, कुछ तोहफे एक दूसरे को देने हों, एक दूसरे को खुश करने की आप हर संभव कोशिश करेंगे। यह समय आपके प्यार को परवान चढ़ाने वाला समय होगा। यदि आप अभी तक अकेले हैं और जीवन में कोई नहीं आया है तो अब समय है कि आपके जीवन में कोई विशेष व्यक्ति दस्तक दे सकता है जिससे आपको प्रेम की प्राप्ति होगी।
इस दौरान नौकरी में बदलाव के अवसर आएंगे और आपको एक अच्छी तनख्वाह वाली नई नौकरी प्राप्त हो सकती है। आपके विवाह की बातचीत चल सकती है और विवाह के संबंध में आपको प्रसन्न होने का समय मिलेगा यानी कि आपका विवाह पक्का हो सकता है और कुछ लोगों का तो विवाह भी होने के योग बन सकते हैं। इस गोचर के दौरान आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। संतान का सुख मिलेगा। आप अपनी शिक्षा के लिए भी विदेश का रुख कर सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह गोचर बड़े ही आराम से शिक्षा पर पकड़ बनाने के लिए सहायक बनेगा। आप अपनी मेहनत, जो अभी तक कर चुके हैं, उसका फल प्राप्त कर पाएंगे। विवाहित जातकों का जीवनसाथी से प्रेम बढ़ने के योग बनेंगे। इस समय परिवार में हर्षोल्लास का समय हो सकता है।
उपाय:आपको शुक्रवार के दिन चावल की खीर बनाकर माता लक्ष्मी को अर्पित करनी चाहिए और उस भोग को प्रसाद स्वरूप स्वयं ग्रहण करना चाहिए तथा घर में सभी को खिलाना चाहिए।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अबशुक्र का मीन राशि में गोचरआपकी राशि से चौथे भाव में होने वाला है।
शुक्र ग्रह के मीन राशि में होने वाले इस गोचर के प्रभाव से आपको खुशियों की प्राप्ति होगी। आपके घर का माहौल बहुत ही प्रेम पूर्ण हो जाएगा। परिवार के लोगों के बीच आपसी सामंजस्य बेहतर होगा। आपकी सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। आप कोई नई चल अथवा अचल संपत्ति या कोई गाड़ी खरीद सकते हैं। परिवार में कुछ नए कार्यक्रम आयोजित हो सकते हैं जिसमें रिश्तेदारों और मित्रों का आगमन होगा, जिससे घर में चहल-पहल और उत्साह का माहौल रहेगा।शुक्र का मीन राशि में गोचरकाल के दौरान आपको अपनी माता जी के स्वास्थ्य का इस दौरान ध्यान देना होगा क्योंकि उनके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और वह बीमार हो सकती हैं। आप इस दौरान घर की साज-सज्जा और साफ सफाई पर भी ध्यान देंगे। घर में सुख सुविधाओं के सामान लेकर आएंगे जिससे घरवालों को भी आसानी होगी और घर में खुशियां रहेंगी। ऐसा नहीं है कि आप केवल अपने निजी जीवन को ही महत्वपूर्ण बनाएंगे बल्कि साथ ही साथ आप अपने पेशेवर जीवन में भी पूरा ध्यान देंगे और आप अपनी नौकरी में अच्छे प्रदर्शन के दम पर अपनी स्थिति को मजबूत बना पाएंगे। व्यापार करने वाले जातकों के लिए यह गोचर अच्छी सफलता लेकर आ सकता है।
उपाय:आपको शुक्रवार के दिन दही डालकर जल से स्नान करना चाहिए।
उपाय:आपको शुक्रवार के दिन शिवलिंग पर कच्चे चावल अर्पित करने चाहिए और दूध तथा दही से श्री शिवाजी का अभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह हैं क्योंकि यह आपके त्रिकोण भाव पंचम और केंद्र भाव दशम भाव के स्वामी होने से आपके लिए योग कारक ग्रह हैं औरशुक्र का मीन राशि में गोचरआपकी राशि से तीसरे भाव में होने वाला है।
शुक्र ग्रह के मीन राशि में इस गोचर के दौरान आपकी छोटी-मोटी यात्राओं के योग बनेंगे। आप अपने मित्रों के साथ खूब मटरगश्ती करेंगे। मौज मस्ती में समय बीतेगा और आप खुशी भरे पलों का लुत्फ उठाएंगे। इस दौरान खर्च भी बढ़ेंगे लेकिन आपको खुशी मिलेगी। आप अपने रिश्तेदारों से मिलने जा सकते हैं। आपके घर पर भी रिश्तेदारों का आवागमन होगा। आप विवाहित हैं तो जीवनसाथी के साथ किसी छोटी महत्वपूर्ण और रोमांचक यात्रा पर जा सकते हैं। आप कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों से अच्छे संबंध महसूस करेंगे और उन्हें और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे जिससे कार्यक्षेत्र में आपको उनकी मदद भी मिलेगी। आपके भाई बहनों से आपके रिश्ते प्रगाढ़ होंगे। उनके लिए आप कुछ करना पसंद करेंगे। उनके लिए कुछ नए तोहफे लेकर आ सकते हैं। शुक्र गोचर व्यापार के लिए अच्छा समय साबित होगा। आपको नए-नए लोगों से मिलने का मौका मिलेगा जो व्यापार के लिए लाभदायक साबित होगा। आपको इस दौरान अपने प्रयासों को बढ़ाना होगा जिससे आपको हर क्षेत्र में तरक्की और उन्नति के योग बन सकें।
उपाय:आपको शुक्रवार के दिन स्फटिक माला धारण करनी चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे केंद्र भाव और नवें त्रिकोण भाव के स्वामी होने से योग कारक ग्रह हैं।शुक्र का मीन राशि में गोचरआपकी राशि से दूसरे भाव में होगा।
शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको परिवार में प्रेम दिखाई देगा। परिवार में कुछ नए फंक्शन, शादी समारोह अथवा संतान जन्म के कार्यक्रम आयोजित हो सकते हैं जिससे घर में अतिथियों का आवागमन होगा। आपको नए-नए व्यंजन खाने का मौका मिलेगा। आपकी वाणी में मधुरता रहेगी। आप जो बात करेंगे, वह लोगों को बहुत प्यार से समझ में आएगी और वे आपकी तरफ आकर्षित होंगे। आपकी सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। धन लाभ के योग बनेंगे। बैंक बैलेंस बढ़ेगा जो आपको खुशी देगा।
हालांकि आपको इस बात का ध्यान रखना है कि जब भी आप किसी से बातचीत करें तो अभिमान युक्त वाणी का प्रयोग न करें, अन्यथा लोग आपकी बात का बुरा मान सकते हैं। दिखावे की प्रवृत्ति से बचने की कोशिश करें।शुक्र का मीन राशि में गोचर काल के दौरान असंतुलित भोजन करने से बचें, अन्यथा आपका स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है। यदि आप इस बात पर ध्यान नहीं देते तो आपको दांतों में दर्द, मुंह के छाले और गला खराब होने की समस्या हो सकती है। आपके करियर के लिहाज से यह समय अनुकूल रहेगा। आपको संपत्ति के क्रय विक्रय से लाभ मिल सकता है। लंबी यात्राओं से धन लाभ होगा। बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी तो होगी ही लेकिन आप उसको कहीं अच्छी जगह निवेश भी कर सकते हैं।
उपाय:आपको उत्तम गुणवत्ता वाला हीरा अथवा ओपल रत्न शुक्रवार के दिन अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए भीशुक्र का मीन राशि में गोचर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा क्योंकि यह आपकी ही राशि में होने वाला है। शुक्र आपकी कुंडली के लिए तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में इन भावों के स्वामी का उच्च अवस्था में आना आपके लिए ध्यान देने योग्य होगा।
शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वभाव और आपके व्यक्तित्व में बदलाव होने लगेगा। हालांकि आपकी वाणी में प्रेम और मिठास बढ़ेगी जिससे लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे। आपके व्यक्तित्व में भी सुधार होगा। लोगों को आपकी बात पसंद आएगी। सेहत में सुधार होने के योग बनेंगे। बीमारियों में कमी आएगी। आप अपने विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। आप जितना अधिक प्रयास करेंगे, उससे आपको लाभ मिलेगा। अचानक से होने वाले कुछ धन लाभ आपकी आर्थिक स्थिति के लिए बढ़िया रहेंगे। आपके अंतरंग संबंधों में बढ़ोतरी होगी और उनमें प्रगाढ़ता आएगी। इस दौरान आपका अचानक से विवाह होने की स्थिति भी बन सकती है। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो व्यापार में अच्छी वृद्धि के योग बनेंगे और आपका व्यापार उन्नति की गति पकड़ेगा। आपके भाई बहनों का सहयोग आपको मिलेगा और उनसे आपको लाभ होगा। ससुराल पक्ष से भी आपको अच्छा सहयोग प्राप्त हो सकता है।
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