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खर मास
16 दिसंबर, 2024 से 14 जनवरी,2025 तक
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जब सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, इसे खरमास कहा जाता है। कुछ जगह इसे मलमास भी कह देते हैं, पर मलमास सही मायने में ‘अधिक मास’ को कहा जाता है, जिसे भगवान विष्णु ने अपना नाम देकर ‘पुरुषोत्तम मास’ कहा. इस मास में सूर्य गुरु की राशि मीन में होने से विशेष अनुष्ठान अर्थात विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश इत्यादि कार्य रुक जाते हैं. वैसे, ‘अधिक मास’ या ‘पुरुषोत्तम मास’ में भी यह सब मांगलिक कार्य नहीं किए जाते.

खरमास में दान व जप से मिलता है पुण्य लाभ
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खरमास को धर्म, दान, जप, तप का महीना माना जाता है, जिसमें अनेक गुणों के साथ लाभ प्राप्त होता है तथा कर्ता को करने का कई गुना फल भी प्राप्त होता है। इस मास में विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है तथा प्रातः जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। ओम नमो भगवते वासुदेवाय इस मंत्र का प्रतिदिन जप करना चाहिए तथा तीर्थ में जाकर दान स्नान तथा सूर्य अर्घ देना चाहिए।🍒🍒🍒🍒