वास्तुशास्त्र में पेड़-पौधों का महत्व
पेड़-पौधे न केवल पर्यावरण को हरा-भरा बनाते हैं बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी लाते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार, यदि इन्हें सही दिशा में लगाया जाए, तो यह घर-परिवार के लिए शुभ फलदायी होते हैं।
1.शुभ वृक्ष और उनकी दिशाएँ:
(क) तुलसी (Ocimum sanctum)
दिशा: उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व
लाभ: सकारात्मक ऊर्जा, रोग निवारण, आध्यात्मिक शांति
विशेषता: घर में तुलसी का पौधा होने से वातावरण शुद्ध रहता है और रोगों से बचाव होता है।
(ख) पीपल (Ficus religiosa)
दिशा: घर के बाहर, preferably पश्चिम दिशा
लाभ: आध्यात्मिकता, सकारात्मक ऊर्जा, पर्यावरण संतुलन
विशेषता: पीपल का वृक्ष ऑक्सीजन प्रदान करता है और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
(ग) नीम (Azadirachta indica)
दिशा: उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा
लाभ: औषधीय गुण, शुद्ध वायु, स्वास्थ्य लाभ
विशेषता: नीम का वृक्ष वायुमंडल को शुद्ध करता है और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
(घ) केले का वृक्ष (Musa paradisiaca)
दिशा: उत्तर-पूर्व
लाभ: धार्मिक महत्व, समृद्धि, शुभता
विशेषता: इसे देवी-देवताओं को समर्पित माना जाता है और इसकी पूजा की जाती है।
2.अशुभ वृक्ष और उनके प्रभाव:
कुछ वृक्षों को घर के अंदर या पास में लगाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
(क) कांटेदार पौधे (जैसे कैक्टस)
कांटेदार पौधे घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं और आपसी संबंधों में कटुता ला सकते हैं।
(ख) बरगद (Ficus benghalensis)
बरगद का वृक्ष अत्यधिक बड़ा होता है, इसलिए इसे घर के परिसर में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह घर में स्थिरता की कमी ला सकता है।
(ग) इमली (Tamarindus indica)
वास्तु के अनुसार, इमली का वृक्ष घर के पास नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा बढ़ा सकता है।
3. वास्तु अनुसार बागवानी के टिप्स:
मुख्य द्वार पर तुलसी या मनी प्लांट रखें, इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
बड़े वृक्षों को घर की दक्षिण और पश्चिम दिशा में लगाएं ताकि गर्मी से बचाव हो और घर ठंडा बना रहे।
फूलों के पौधे पूर्व या उत्तर दिशा में लगाएं, यह घर में सुख-समृद्धि लाते हैं।
घर के अंदर ऑक्सीजन देने वाले पौधे (जैसे ऐरेका पाम, स्नेक प्लांट, एलोवेरा) रखें ताकि हवा शुद्ध बनी रहे।
रात में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ने वाले पौधों (जैसे पीपल) को बेडरूम में न रखें।
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