🌙शारीरिक और मानसिक पीड़ा को दूर करें , अपनी कुंडली में चन्द्रमा को प्रसन्न करें ।🌙
🍁नवग्रहों में सूर्य के बाद , ज्योतिष में सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह है- चन्द्रमा. ज्योतिष में चन्द्रमा के बिना कोई गणना नहीं की जा सकती इसलिए चंद्रमा का ज्योतिष में एक प्रमुख स्थान है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चन्द्रमा गुरुत्वाकर्षण शक्ति और सारी पृथ्वी के जल तत्त्व को नियंत्रित करता है.
नवग्रहों में सूर्य के बाद , ज्योतिष में सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह है- चन्द्रमा
🌸ज्योतिष में चन्द्रमा के बिना कोई गणना नहीं की जा सकती इसलिए चंद्रमा का ज्योतिष में एक प्रमुख स्थान है
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चन्द्रमा गुरुत्वाकर्षण शक्ति और सारी पृथ्वी के जल तत्त्व को नियंत्रित करता है
- मानव का मन और भावनायें चन्द्रमा का ही क्षेत्र है
- अगर चन्द्रमा को नियंत्रित किया जा सके तो निश्चित रूप से मानसिक दशा से अपार मजबूती पायी जा सकती है
- चन्द्रमा का सम्बन्ध पेट और ह्रदय के रोग,एसिडिटी,नींद ,आलस्य,मानसिक स्थिति,फूल,सुगंध,चांदी,गन्ना,माता, जलीय यात्रा और शासन प्रशासन से होता है
- चन्द्रमा कर्क राशि का स्वामी है और वृष राशि में बेहद मजबूत हो जाता है
- वृश्चिक राशि में चन्द्रमा काफी कमजोर होता है
🌿चन्द्रमा से सम्बन्धित समस्याएं क्या हैं? - व्यक्ति को सांस और शीतजन्य रोगों की समस्या हो जाती है.
- व्यक्ति का मन हमेशा बिना कारण परेशान रहता है.
- व्यक्ति को स्त्री पक्ष से या स्त्री को लेकर कष्ट बना रहता है.
- हारमोंस की समस्या और अवसाद का योग बनता है .
- नींद न आने की समस्या भी होती है ,व्यक्ति बार बार नींद में चौंक कर उठ जाता है.
व्यक्ति को माता का सुख नहीं मिलता या व्यक्ति के सम्बन्ध माता से ख़राब होता है.
🌿चन्द्रमा को बेहतर करने के उपाय क्या हैं? - चन्द्रमा को तीन तरककों से बेहतर कर सकते हैं
- मन्त्र द्वारा, रत्न द्वारा और दान द्वारा
- चन्द्रमा के लिए भगवान् शिव की उपासना सबसे ज्यादा फलदायी होती है
- इसलिए शिव मंत्र का अधिक से अधिक जप करने से शीघ्र लाभ होता है
- पूर्णिमा का उपवास और शिव जी का ध्यान भी फलदायी होता है
- चन्द्रमा के लिए मोती या मून स्टोन पहनना चाहिए
- इसे चांदी में धारण करना श्रेष्ठ होता है
- मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न में मोती धारण करने से लाभ होता है
- सिंह और धनु लग्न में भी विशेष दशाओं में मोती पहन सकते हैं
- चन्द्रमा के लिए पूर्णिमा या सोमवार को सफ़ेद वस्तुओं का दान करना चाहिए
- वृष कन्या मकर मिथुन तुला और कुम्भ लग्न में चन्द्रमा के लिए दान करना ही श्रेष्ठ होता है
- चन्द्रमा का दान किसी महिला को किया जाय या शिव मंदिर में किया जाय तो ज्यादा उत्तम होगा
-छत पर पानी की टंकी गोल न बनाना।
-पानी टंकी को 3-4 महीने में सफाई करवाते रहना। घर में कहीं भी पानी सड़ने पर चंद्रमा रुष्ट होता है।
-सीढ़ियों के ऊपर/सामने हैंडपंप न रखना।
-घर की छत के नीचे कुआं या हैंडपंप न लगाना।
-चंद्रमा उच्च का हो तो चंद्र की चीजों का दान न देना।
-चंद्र नीच का हो तो चंद्र की चीजों का दान न लेना।
-शिव चालीसा का नियमित पाठ करें।
-चंद्र पीड़ा की विशेष शांति हेतु चांदी, मोती, शंख, सीप, कमल और पंचगव्य मिलाकर सात सोमवार तक स्नान करें।
-पंच धातु के शिवलिंग का निर्माण करके उसका यथायोग्य पूजन करने से चंद्र पीड़ा शांत होती है।
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