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|#जीवनसाथीकाअफेयरहैयानही?| आपका जीवनसाथी किसी के साथ Extra Marrital Affair में रहता है जिस कारण आपका वैवाहीक जीवन दिक्कत में चल रहा है तब इसका सीधा मतलब है आपकी कुंडली का 7वा भाव पाप ग्रहो से पीड़ित है और आपके जीवनसाथी की कुंडली मे Extra Martial Affair योग बने हुए है इसी कारण आपका जीवनसाथी का शादी के बाद भी प्रेम संबंध चलेगा।अब अगर आपका 7वा भाव शुभ स्थिति में भी है साथ ही 7वे भाव और 7वे भाव स्वामी का सम्बन्ध आपकी कुंडली मे 5वे भाव/5वे भाव स्वामी से भी है[प्रेम संबंध भाव) और इस सबंध में राहु केतु या शनि भी सम्बन्ध में है तब निश्चित अफेयर आपके जीवनसाथी का है क्योंकि 5व भाव प्रेम तो 7व भाव जीवनसाथी का है तो राहु केतु शनि यह शादी बाद चलने वाले प्रेम संबंधों के कारक है।अब ऐसी स्थिति है और आपकी कुंडली कला 7व भाव पीड़ित है अशुभ स्थिति में है तब आपके जीवनसाथी के अफेयर के कारण आपका वैवाहिक जीवन दुखी बना रहेगा, अगर हाँ 7व भाव और 7वे भाव स्वामी शुभ स्थिति में है तब आपके वैवाहिक जीवन पर कोई दिक्कत नही आएगी वैवाहिक जीवन भी सही रहेगा लेकिन उपरोक्त स्थिति ग्रहो की है तब जीवनसाथी का चक्कर आपसे छुपाकर चलेगा।अब कुछ उदाहरणो से समझते आपके जीवनसाथी का अफेयर कही चल रहा है या नही और आपके जीवनसाथी के अफेयर के कारण आपके जीवनसाथी आपके साथ सही व्यवहार नही करते तो जीवनसाथी को उनके अफेयर से छुटकारा मिलेगा या नही और क्या उपाय से अफेयर खत्म होगा जीवनसाथी का समझते है अब? #उदाहरणअनुसारमेषलग्न1:-आपकी कुंडली कला 7वे भाव स्वामी शुक्र अगर 5वे या 11वे भाव मे बैठकर राहु केतु या शनि से सम्बंध बना रहा है या फिर 7वे भाव स्वामी शुक्र प्रेम भाव[5वे भाव स्वामी सूर्य)से सम्बंध राहु केतु या शनि सहित बनाकर बैठे है तब आपके जीवनसाथी का अफेयर है बाकी अगर अफेयर अभी नही है तब जब आपकी कुंडली में 7वे या 7वे भाव सबन्धी दशा जब आएगी तब उनका प्रेम संबध चलेगा वरना महादशा अन्तरदशाये चल रही है तब अफेयर रहेगा अभी।। #उदाहरणअनुसारमिथुनलग्न2:- मिथुन लग्न में 7वे भाव स्वामी गुरु राहु केतु या शनि से सबन्ध बनाकर अगर 5वे भाव मे बैठे है ये 5वे भाव को देख या फिर 5वे भाव स्वामी शुक्र के साथ सबन्ध बनाकर बैठे है तब आपके जीवनसाथी का extra Marriatal अफेयर रहेगा।अगर 7वे भाव पर शुभ और अच्छे ग्रहो की दृष्टि या प्रभाव है तब वैवाहिक में कोई दिक्कत नही होगी अगर आपकी कुंडली का 7वा भाव शनि राहु केतु मंगल जैसे ग्रहो से पीड़ित है तब ऐसी स्थिति में आपके जीवनसाथी किसी ओर के प्रेमजाल/प्रेम सम्बन्ध में होने के आपसे दूर रहेंगे या आपसे रिश्ता खत्म करना चाहेंगे।। #उदाहरणअनुसारमकरलग्न3:- मकर लग्न में 7वे भाव स्वामी चन्द्रमा अगर 5वे भाव स्वामी शुक्र सहित राहु केतु शनि से भी सम्बंध में है तब जीवनसाथी का अफेयर रहेगा।बाकी 7वे भाव स्वामी चन्द्रमा 5वे भाव में या 5वे भाव स्वामी शुक्र 7वे भाव मे राहु केतु शनि से सम्बब्ध में है तब भी जीवनसाथी का अफेयर चल रहा है।अगर हाँ जीवनसाथी के अफेयर योग आपकी कुंडली मे है लेकिन इस स्थिति में यहाँ 7वे भाव और 7वे भाव स्वामी पर बृहस्पति की दृष्टि है या आपके जीवनसाथी का अफेयर भी रहेगा और आपके साथ भी सबन्ध अच्छे रहेंगे आपके जीवनसाथी आपको भी जीवनसाथी की अहमियत देंगे वैवाहिक जीवन मे अफेयर के कारण कोई दिक्कत नही आती क्योंकि आपके जीवनसाथी को या आपको पता नही हो पायेगा की आपके जीवनसाथी का अफेयर है लेकिन अफेयर रहेगा।। अगर आपके जीवनसाथी का कही अफ़ेयर है या चल रहा है जिस कारण आपको दिक्कत या आपके वैवाहिक जीवन मे दिक्कत हो रही है साथ ही आपकी कुंडली के 7वे भाव और 7वे भाव स्वामी की स्थिति मजबूत है और 7वे भाव पर शुभ ग्रहों कला थोड़ा भी प्रभाव है तब कुछ छोटे मोटे उपाय करके आपके जीवनसाथी का अफेयर खत्म होने लगेगा और जीवनसाथी अफेयर से छूट सकते है।।