मौनी अमावस्या में सूर्य का अर्घ्य दिया जाने का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ करने के समान फल मिलता समान है। माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता हैं। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पवित्र संगम में देवताओं का निवास होता है इसलिए इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। मौनी अमावस्या के दिन भगवान मनु का जन्म हुआ था। इस दिन पवित्र जलाशय, नदियों में स्नान व पितरों का तर्पण करने से पितरों कों शांति मिलती है व कई गुना पुण्य मिलता है। *👉👉शास्त्रों में वर्णित है कि माघ मास में पूजन-अर्चन व नदी स्नान करने से भगवान नारायण को प्राप्त किया जा सकता है तथा इन दिनों नदी में स्नान करने से स्वर्ग प्राप्ति का मार्ग मिल जाता है। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com * 👉👉जो लोग घर पर स्नान करके अनुष्ठान करना चाहते हैं, उन्हें पानी में थोड़ा-सा गंगा जल मिलाकर तीर्थों का आह्वान करते हुए स्नान करना चाहिए। * 👉👉इस दिन सूर्यनारायण को अर्घ्य देने से गरीबी और दरिद्रता दूर होती है। * 👉👉अमावस्या के दिन 108 बार तुलसी परिक्रमा करें। * 👉जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर है, वह गाय को दही और चावल खिलाएं तो मानसिक शांति प्राप्त होगी। * 👉👉इसके अलावा मंत्र जाप, सिद्धि साधना एवं दान कर मौन व्रत को धारण करने से पुण्य प्राप्ति और भगवान का आशीर्वाद मिलता है। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com * 👉👉अमावस्या के दिन अपने पितरों का ध्यान करते हुए पीपल के पेड़ पर कच्ची लस्सी, थोड़ा गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, जल तथा पुष्प अर्पित करें * 👉👉’ॐ पितृभ्य: नम:’ मंत्र का जाप करें। * 👉👉पितृसूक्त एवं पितृस्तोत्र का पाठ करना शुभ फल प्रदान करता है। *👉👉 प्रत्येक संक्रांति, अमावस्या और रविवार के दिन सूर्य देव को ताम्र बर्तन में लाल चंदन, गंगा जल और शुद्ध जल मिलाकर ‘ॐ पितृभ्य: नम:’ का बीज मंत्र पढ़ते हुए तीन बार अर्घ्य दें। * प्रत्येक अमावस्या के दिन दक्षिणाभिमुख होकर दिवंगत पितरों के लिए पितृ तर्पण करना चाहिए। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com मौनी अमावस्या का भी यही संदेश है कि इस दिन मौन व्रत धारण कर मन को संयमित किया जाये। मन ही मन ईश्वर के नाम का स्मरण किया जाये उनका जाप किया जापहले मन में धर कर गंगा मैया का ध्यान, स्वच्छ जल में गंगाजल के कुछ छींटे देकर फिर करें स्नान। एक मान्यता के अनुसार इस दिन मनु ऋषि का जन्म भी माना जाता है जिसके कारण इस दिन को मौनी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com मौनी अमावस्या के दिन अलग-अलग चीजों का दान करके आप अपनी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं। मुक्ति और मोक्ष के लिए गौ दान, आर्थिक समृद्धि के लिए भूमि दान, ग्रह- नक्षत्र की बाधा से मुक्ति के लिए काले तिलों का दान, रोग और कर्ज से मुक्ति के लिए सोने का दान, पारिवारिक जीवन की खुशहाली के लिए पात्र सहित घी का दान – किसी भी प्रकार की बाधा से मुक्ति के लिए नमक का दान, वंश वृद्धि और संतान की उन्नति के लिए चांदी का दान करने से जन्म जन्मांतर के पाप कटित होते हैं। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव की आराधना करना चाहिए। जिस व्यक्ति का बुध ग्रह अशुभ फल दे रहा है, ऐसा व्यक्ति मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रहकर तुलसी के पौधे का पूजन करें व सुबह तुलसी पत्तियों का सेवन करें। वहीं किन्नरों को हरी चूड़ियां व हरे रंग की साड़ी का दान करने से बुध ग्रह शुभ फल देगा। जिन लोगों का चंद्र ग्रह अशुभ फल दे रहा है, वह लोग मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रखें। astroshaliini.blogspot.com www.astroshaliini.com
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