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अथ श्री अष्टलक्ष्मी स्तोत्रम

आदि लक्ष्मीसुमनस वन्दित सुन्दरि माधवि चंद्र सहोदरि हेममये ।मुनिगण वन्दित मोक्षप्रदायिनी मंजुल भाषिणि वेदनुते ।पङ्कजवासिनि देवसुपूजित सद-गुण वर्षिणि शान्तिनुते ।जय जय हे मधुसूदन कामिनि आदिलक्ष्मि परिपालय माम् । धान्य लक्ष्मीअयिकलि कल्मष नाशिनि कामिनि वैदिक रूपिणि...

जन्म वार क्या कहते हैं

जन्म वार ~Ψ~Ψ~Ψ~ जिस वार को आपका जन्म हुआ है उस वार अनुसार ही आपका स्वभाव तय होता है। रविवारः- रविवार को जन्मे व्यक्ति पर सूर्य का प्रभाव रहता है। ऐसे जातक का स्वभाव निर्भिक लेकिन उदार रहता है। रंग गेंहुवा रंग और कपाल चौड़ा रहता है। वह बलशाली व्यक्तित्व का धनी होता...

गुप्त शत्रु से बचाए हनुमान जी का ये उपाय

गुप्त शत्रु से बचाएं हनुमान जी का यह टोटका, व्यक्ति जब प्रगति करता है, तो उसकी प्रगति से जल कर उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वही उसके मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं। ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है। हनुमान जी को लड्डू...

चांडाल दोष निवारण

Skip to contentASTROSHALIINIASTROSHALIINImaking life easyChandal dosh nivarakPosted byastroshaliini May 20, 2016 Leave a commenton Chandal dosh nivarakचाण्डाल दोष निवारक – अगस्त्याष्टक स्तोत्रम् ।मित्रों, जिनकी जन्मकुण्डली में चाण्डाल दोष हो, उन्हें कम से कम 11 सोमवार...

दशरथ कृत शनि स्तोत्र

दशरथ कृत शनि स्तोत्रनम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च।नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।१।। नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।२।।नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:।नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।३।। नमस्ते...

पाशुपात स्त्रोत

इस पाशुपातास्त्र मंत्र के पाठ मात्र से समस्त क्लेशो की शांति हो जाती है । स्तोत्र ॐ नमो भगवते महापाशुपतायातुलबलवीर्यपराक्रमाय त्रिपन्चनयनाय नानारुपाय नानाप्रहरणोद्यताय सर्वांगडरक्ताय भिन्नांजनचयप्रख्याय श्मशान वेतालप्रियाय सर्वविघ्ननिकृन्तन रताय सर्वसिध्दिप्रदाय...